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HH MM SS
उगता सूरज कैसा लग रहा था-
चाँद-सा
सूर्य-सा
आकाश-सा
सोने के कलश-सा
कविता में 'दुनियां' किसे बताया-
माता-पिता को
भाई-बहन को
गाँववासियों को
शहरवासियों को
काजल की तरह किसे बताया-
जीवन को
खजूर को
वैभव को
खपरैलों को
शिशुपाल को अँगुठी किसने पहना दी थी-
माँ ने
पिता ने
भाई ने
सम्राट ने
सम्राट ने शिशुपाल को किस पद पर नियुक्त किया-
मंत्री के
सम्राट के
न्यायमंत्री के
राजा के
किसकी नींद उड़ गई थी-
राजा की
रानी की
मंत्री की
शिशुपाल की
किसका चेहरा क्रोध से लाल हो गया-
मंत्री का
सम्राट का
न्यायमंत्री का
राजा और रानी का
माँ किसे भरा देख बहुत खुश हुई-
बर्तनों को
बाल्टी को
टब को
रसोई को
'नित्यप्रति' शब्द का अर्थ है-
कभी-कभी
हर दिन
कुछ-कुछ
कभी नहीं
'संपदा' का अर्थ है-
ज्ञान
धन
दौलत
प्रेम